"लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल तो आगाज आएगा मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा"।
"मैं रहूँ या न रहूँ पर यह वादा है तुमसे मेरा कि मेरे बाद वतन पे मरने वालों का सैलाब आएगा"। ----भगत सिंह
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें